5 अप्रैल, 2016
WhatsApp हमेशा आपके डेटा और बातचीत को ज़्यादा से ज़्यादा सुरक्षित बनाने को प्राथमिकता देता है. आज हमें यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि हमने टेक्नोलॉजी की मदद से एक नया फ़ीचर तैयार किया है, जिसका इस्तेमाल करके WhatsApp अपने यूज़र्स की प्राइवेट बातचीत की सुरक्षा करने में सबसे आगे रहेगा: यह फ़ीचर है 'पूरा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन'. अब से आप और आपके कॉन्टैक्ट्स जब WhatsApp ऐप के सबसे नए वर्शन का इस्तेमाल करेंगे, तब आपके द्वारा की जाने वाली सभी कॉल्स और भेजे जाने वाले सभी मैसेज, मतलब आपके द्वारा भेजी जाने वाली हर फ़ोटो, वीडियो, फ़ाइल और वॉइस मैसेज डिफ़ॉल्ट रूप से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहेंगे, यहाँ तक कि ग्रुप चैट्स के मैसेज भी.
इसका आइडिया बहुत ही सिंपल है: जब आप कोई मैसेज भेजते हैं, तो उसे सिर्फ़ वही व्यक्ति पढ़ सकता है जिसे आपने वह मैसेज भेजा है या अगर आपने उसे किसी ग्रुप चैट में भेजा है, तो सिर्फ़ उस ग्रुप चैट में शामिल लोग ही उसे पढ़ सकते हैं. उस मैसेज को कोई और नहीं पढ़ सकता. न तो साइबर अपराधी. न हैकर्स. न तानाशाह सरकारें. और न ही हम. एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन, WhatsApp के ज़रिए होने वाली बातचीत को उतनी प्राइवेट बनाने में मदद करता है - जितनी प्राइवेट आमने-सामने होने वाली बातचीत होती है.
अगर आप इस बारे में ज़्यादा जानना चाहते हैं कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन कैसे काम करता है, तो आप इसके बारे में यहाँ पढ़ सकते हैं. लेकिन याद रखें कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजेस को सिर्फ़ वही लोग पढ़ सकते हैं, जिन्हें आप वे मैसेज भेजते हैं. अगर आप WhatsApp के सबसे नए वर्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको अपने मैसेजेस को एन्क्रिप्ट करने के लिए कुछ भी नहीं करना होगा: एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन डिफ़ॉल्ट होता है और हमेशा चालू रहता है.
हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं, जहाँ हमारा बहुत सारा डेटा डिजिटल हो गया है. हम अक्सर ऐसी बातें सुनते रहते हैं कि कहीं किसी संवेदनशील रिकॉर्ड को किसी ने गलत तरीके से एक्सेस कर लिया है या वह चोरी हो गया है. ऐसे में अगर कुछ न किया जाए, तो आने वाले कुछ सालों में बहुत सारे लोगों की डिजिटल जानकारी और बातचीत पर चोरी का खतरा मंडराने लगेगा. अच्छी बात यह है कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन हमें इन खतरों से बचाता है.
डिजिटल जानकारी के इस नए दौर में सरकारों, कंपनियों और लोगों के पास उपलब्ध एन्क्रिप्शन टूल, सुरक्षा को बढ़ावा देने वाले सबसे ज़रूरी टूल्स में से एक है. हाल ही में एन्क्रिप्टेड सर्विसेस और कानून प्रवर्तन संस्थाओं के काम के बारे में काफ़ी चर्चा चलती रही है. वैसे हम यह मानते हैं कि लोगों को सुरक्षित रखने में कानून प्रवर्तन संस्थाओं की अहम भूमिका होती है, लेकिन एन्क्रिप्शन को कमज़ोर करने की कोशिशों से साइबर अपराधियों, हैकर्स और तानाशाह देशों को लोगों की जानकारी का गलत इस्तेमाल करने के मौके मिल सकते हैं.
फ़िलहाल WhatsApp पूरी तरह से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन बनाने वाले कुछ चुनिंदा कम्युनिकेशन प्लेटफ़ॉर्म्स में से एक है, जो आपके हर काम के लिए हमेशा उपलब्ध रहता है. हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में हर तरह की निजी बातचीत इसी तरह प्राइवेट होगी.
लोगों के बीच की प्राइवेट बातचीत की सुरक्षा करना WhatsApp का मुख्य उद्देश्य है और यह पक्का करना मेरे लिए निजी तौर पर भी बहुत अहम है. मैं सोवियत संघ में कम्युनिस्ट शासन के दौरान पला-बढ़ा और चूँकि वहाँ लोगों को खुलकर बात करने की आज़ादी नहीं थी, इसलिए मेरा परिवार अमेरिका में आकर बस गया.
फ़िलहाल दुनिया भर में एक बिलियन से ज़्यादा लोग अपने दोस्तों और परिवार के लोगों से जुड़े रहने के लिए WhatsApp का इस्तेमाल कर रहे हैं. और अब, इनमें से हर एक व्यक्ति WhatsApp पर खुलकर और सुरक्षित रूप से बात कर सकता है.
जेन और ब्रायन