6 दिसंबर 2021
हमारा मिशन दुनियाभर में लोगों को एक दूसरे से प्राइवेटली कनेक्ट करना है. आज कल ज़्यादातर बातें आमने-सामने होने के बजाय डिजिटली होने लगी हैं, लेकिन किसी के साथ बैठकर बातें करने में एक अलग सुकून मिलता है. वह भी तब जब आपको पता हो कि आप दोनों की प्राइवेट बातें आप दोनों तक ही रहने वाली हैं और कोई भी उन्हें हमेशा के लिए रिकॉर्ड या स्टोर नहीं कर सकता.
WhatsApp में मैसेजेस कब तक रहें, यह फ़ैसला आपका होना चाहिए. जब भी यूज़र्स किसी को मैसेज भेजते हैं या प्राप्त करते हैं, तो उन मैसेजेस की डिजिटल कॉपी बन जाती है. और हमें इस बात का आभास (रिअलाइज़ेशन) भी नहीं होता. इसलिए हम पिछले साल आपके लिए डिसअपीयरिंग मैसेज (गायब होने वाले मैसेज) फ़ीचर लेकर आए थे और साथ ही हमने व्यू वन्स (एक बार देखें) फ़ीचर भी बनाया था जिससे आपके फ़ोटोज़ और वीडियोज़ एक बार देखने के बाद तुरंत बाद गायब हो जाते हैं.
आज से हम अपने यूज़र्स को अपने मैसेजेस पर कंट्रोल पाने के और भी ऑप्शंस दे रहे हैं. मैसेजेस कितने समय तक WhatsApp में रहें इसका फ़ैसला यूज़र्स इन फ़ीचर्स 'डिफ़ॉल्ट डिसअपीयरिंग मैसेजेस और मल्टिपल ड्यूरेशंस' की मदद से खुद कर सकते हैं.
अब से WhatsApp यूज़र्स अपनी सभी नई चैट्स के लिए डिसअपीयरिंग मैसेज मोड को ऑन कर सकते हैं. इसे ऑन करने पर, आप जब भी किसी के साथ चैट करेंगे, वे चैट्स आपके तय किए गए समय पर गायब हो जाएँगी. इसके अलावा हमने ग्रुप चैट्स में भी एक नया ऑप्शन जोड़ा है जिसकी मदद से आप ग्रुप बनाते समय ही इस मोड को ऑन कर सकते हैं. यह नया फ़ीचर ऑप्शनल है और इससे आपकी पहले से मौजूद चैट्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
हम 'डिसअपीयरिंग मैसेजेस' के लिए दो नए ड्यूरेशंस का ऑप्शन लेकर आए हैं, अब इसे 7 दिनों के अलावा, 24 घंटे और 90 दिनों के लिए भी सेट किया जा सकेगा.
जो लोग अपनी चैट्स पर डिफ़ॉल्ट डिसअपीयरिंग मैसेजेस' मोड को ऑन करेंगे, उनकी चैट्स पर हम एक मैसेज दिखाएँगे, जिससे पता चलेगा कि उन्होंने यह डिफ़ॉल्ट ऑप्शन चुना है. इससे यह बात साफ़ हो गई है कि इसमें कुछ भी पर्सनल नहीं है - यह ऑप्शन आपको पसंद है और आप आगे किसी भी WhatsApp चैट के दौरान इसी ऑप्शन को ऑन रखना चाहते हैं. एक अच्छी बात ये भी है कि अगर आप किसी खास चैट को हमेशा के लिए रखना चाहते हैं, तो उस चैट के लिए इस ऑप्शन को ऑफ़ कर सकते हैं.
अपने दोस्तों और परिवारजनों से दूरी बनाकर रखते-रखते हम एक बात तो समझ ही गए हैं कि भले ही हम उनसे आमने-सामने नहीं मिल पा रहे लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमें अपनी प्राइवेसी और पर्सनल बातचीत के साथ भी समझौता करना पड़े. हमारा मानना है कि 'डिसअपीयरिंग मैसेजेस' और 'एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन', दो ऐसे फ़ीचर्स हैं जो आज प्राइवेट मैसेजिंग सर्विस के लिए अहम तो हैं ही, साथ ही इनकी वजह से हमें दूर से ही सही, पर्सनल बातचीत करने का एहसास भी होता है.
यह मोड ऑन करने के लिए प्राइवेसी सेटिंग्स पर जाएँ और 'डिफ़ॉल्ट मैसेज टाइमर' चुनें. ज़्यादा जानने कि लिए यहाँ जाएँ.
6 दिसंबर 2021