13 अप्रैल, 2023
WhatsApp में, हमारा मानना है कि आपके मैसेज पर्सनल बातचीत की तरह निजी और सुरक्षित होने चाहिए. इस सुरक्षा सिस्टम के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है डिफ़ॉल्ट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के ज़रिए आपके पर्सनल मैसेज की प्राइवेसी बनाए रखना, और हम आपको ज़्यादा प्राइवेसी और आपके मैसेज पर ज़्यादा कंट्रोल देने के लिए नए फ़ीचर बनाने का काम हमेशा जारी रखेंगे.
इससे जुड़े कई काम हमारी टीम करती रहती है, जिसके लिए आपको कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं होती है. आज, हम आपको कुछ और सुरक्षा फ़ीचर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें हम आने वाले महीनों में लॉन्च करेंगे.
अकाउंट की सुरक्षा: अगर आप अपने WhatsApp अकाउंट को किसी नए डिवाइस पर स्विच करना चाहते हैं - तो हम इस बात की अच्छी तरह से जाँच करते हैं कि वास्तव में यह काम आप ही कर रहे हैं. सुरक्षा बढ़ाने की एक और पहल के तौर पर अब से, हम आपके पुराने डिवाइस पर आपसे यह वेरिफ़ाई करने को कह सकते हैं कि आपको वाकई में अपना अकाउंट स्विच करना है या नहीं. इस फ़ीचर से आपके अकाउंट को किसी अन्य डिवाइस पर ले जाने की अनधिकृत कोशिश के बारे में आपको सचेत किया जा सकता है.
डिवाइस वेरिफ़िकेशन: आज मोबाइल डिवाइस मैलवेयर लोगों की प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है. यह आपकी परमिशन के बिना आपके मोबाइल फ़ोन का फ़ायदा उठा सकता है और अनचाहे मैसेज भेजने के लिए आपके WhatsApp का उपयोग कर सकता है. इससे आपको बचाने के लिए, हमने आपके अकाउंट को वेरिफ़ाई करने के लिए सुरक्षा की एक और लेयर जोड़ी है - इसमें आपको कुछ नहीं करना होता है - और अगर आपके डिवाइस से छेड़छाड़ की जाती है, तो यह आपके अकाउंट को सुरक्षित बनाए रखता है. इससे आप बिना किसी रुकावट के WhatsApp का इस्तेमाल करना जारी रख सकते हैं. इस टेक्नोलॉजी के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए यहाँ जाएँ.
ऑटोमेटिक सुरक्षा कोड: सुरक्षा को लेकर जागरूक ज़्यादातर यूज़र्स हमेशा हमारे सुरक्षा कोड वेरिफ़िकेशन फ़ीचर का उपयोग करते आए हैं, जिसकी मदद से यह पक्का हो जाता है कि आप उसी व्यक्ति से चैट कर रहें हों, जिससे आप चैट करना चाहते हैं. आप 'कॉन्टैक्ट की जानकारी' के तहत एन्क्रिप्शन टैब पर जाकर खुद इसके बारे में पता कर सकते हैं. इस प्रोसेस को सभी के लिए आसान और ऐक्सेस करने योग्य बनाने के लिए, हम “मुख्य ट्रांसपेरेंसी” नामक प्रोसेस पर आधारित एक सुरक्षा फ़ीचर लॉन्च कर रहे हैं, जिससे आप ऑटोमेटिक तरीके से यह वेरिफ़ाई कर सकते हैं कि आपका कनेक्शन सुरक्षित है. इसका मतलब है कि आप एन्क्रिप्शन टैब पर क्लिक करके तुरंत यह वेरिफ़ाई कर पाएँगे कि आपकी पर्सनल बातचीत सुरक्षित है या नहीं. जो लोग इस टेक्नोलॉजी के बारे में और जानना चाहते हैं, वे यहाँ क्लिक करें.
इसके अलावा हम तीन और तरीकों से आपके अकाउंट को सुरक्षित रखने में आपकी मदद कर रहे हैं. ऐसे कई काम हैं, जिन्हें करके हम सभी के लिए सुरक्षा बढ़ा सकते हैं, फिर भी दो फ़ीचर ऐसे हैं, जिन्हें सिर्फ़ आप ही चालू कर सकते हैं: टू-स्टेप वेरिफ़िकेशन और एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड बैकअप का उपयोग करना. अगर आप पहले से ही इन दोनों फ़ीचर्स का उपयोग कर रहे हैं, तो कृपया अपने दोस्तों को इनके बारे में बताएँ, ताकि और भी लोग अपनी सुरक्षा बढ़ा सकें.
उम्मीद करते हैं कि इन फ़ीचर के ज़रिए मिलने वाली बेहतर सुरक्षा का फ़ायदा लोग लेंगे. जल्द ही हम सुरक्षा से जुड़े और भी अपडेट देंगे.