18 जून, 2012
Yahoo! में ब्रायन ने 11 साल और मैंने 9 साल काम किया और साइट को एक्टिव बनाए रखने के लिए हमने काफ़ी मेहनत की. साथ में हमने विज्ञापन बेचने के लिए भी बहुत मेहनत की, क्योंकि Yahoo! इसी तरह काम करता था. वह डेटा इकट्ठा करता था, अपनी साइट पर यूज़र्स को कुछ पेज दिखाता था और विज्ञापन बेचता था.
हमने देखा कि Google ने धीरे-धीरे Yahoo! को आकार और पहुँच के मामले में पीछे छोड़ दिया... और Google विज्ञापन बेचने के मामले में ज़्यादा कुशल और ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने वाली कंपनी बन गई. Google को पता होता था कि आप क्या सर्च कर रहे हैं, इसलिए यह कंपनी आपका डेटा ज़्यादा कुशलता से इकट्ठा कर पाई और बेहतर विज्ञापन बेच पाई.
आज के समय में कंपनियाँ आपके बारे में और आपके दोस्तों, आपकी दिलचस्पियों वगैरह के बारे में लगभग सब कुछ जानती हैं और इस जानकारी का इस्तेमाल वे विज्ञापन बेचने में करती हैं.
तीन साल पहले जब हमने अपना नया प्लेटफ़ॉर्म बनाने के बारे में सोच-विचार करना शुरू किया, तब हमने तय किया कि हम अपने प्लेटफ़ॉर्म को अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स की तरह विज्ञापनों का अड्डा नहीं बनाएँगे. हम चाहते थे कि हम अपना समय एक ऐसी सर्विस बनाने में लगाएँ, जो लोगों के काम आए, उनके पैसे बचाए और किसी न किसी तरह से उनके जीवन को आसान बनाए. हम जानते थे कि अगर हम लोगों को ये सारी सुविधाएँ देंगे, तो सीधे तौर पर उनसे इसका शुल्क भी ले सकेंगे. हमें पता था कि हम वह कर सकते हैं, जो ज़्यादातर लोग हर दिन करना चाहते हैं: विज्ञापनों से बचना.
कोई भी व्यक्ति सुबह जागने के बाद यह नहीं सोचता कि आज उसे ज़्यादा विज्ञापन देखने को मिलें, कोई भी व्यक्ति सोने से पहले यह नहीं सोचता कि अगले दिन उसे कौन-से विज्ञापन दिखाई देंगे. लेकिन हमें यह पता है कि लोग उन लोगों के बारे में ज़रूर सोचते हैं, जिनसे उन्होंने उस दिन बात की होती है (और जिनसे वे बात नहीं कर पाए, उनके बारे में सोचते हुए उन्हें दुख भी होता है). हम चाहते हैं कि WhatsApp एक ऐसा प्रोडक्ट बन जाए, जो रात में सोने तक आपके साथ रहे... और सुबह उठने पर भी आप इसे सबसे पहले देखना चाहें. कोई भी व्यक्ति नींद से जागकर सीधे विज्ञापन नहीं देखना चाहता.
विज्ञापन न सिर्फ़ आपकी कलात्मक सोच पर बुरा असर डालते हैं, बल्कि वे आपको बेवकूफ बनाने की भी कोशिश करते हैं और आपकी सोचने-समझने की क्षमता में बाधक बनते हैं. विज्ञापन बेचने वाली हर एक कंपनी की इंजीनियरिंग टीम के ज़्यादातर लोग अपना पूरा दिन डेटा माइनिंग को सटीक बनाने, आपके हर तरह के पर्सनल डेटा को इकट्ठा करने के लिए बेहतर कोड लिखने, सारे डेटा को स्टोर करने वाले सर्वर को अपग्रेड करने के साथ-साथ इस बात का ध्यान रखने में खपा देते हैं कि सारे डेटा की सारी प्रोसेसिंग एकदम ठीक तरह से हो रही है या नहीं... उनकी इस पूरी मेहनत का असर यह होता है कि आपको अपने ब्राउज़र में या अपने मोबाइल की स्क्रीन पर थोड़े अलग तरह का विज्ञापन बैनर दिखने लगता है.
याद रखें, विज्ञापनों के मामले में आप, मतलब यूज़र ही प्रोडक्ट होता है.
WhatsApp में काम करने वाले हमारे इंजीनियर्स का पूरा समय बग हटाने, नए फ़ीचर्स जोड़ने और दुनिया के हर मोबाइल पर मैसेजिंग से जुड़ी बेहतरीन, किफ़ायती और भरोसेमंद सर्विस देने की हमारी कोशिश में आने वाली हर छोटी से छोटी समस्या को ठीक करने में बीतता है. यही हमारा प्रोडक्ट है और यही हमारा जुनून है. आपके डेटा का ज़िक्र इसमें कहीं से कहीं तक नहीं है. असल में हमारी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है.
जब लोग हमसे पूछते हैं कि हम WhatsApp के लिए शुल्क क्यों लेते हैं, तो हम उनसे कहते हैं कि "क्या आपने इसकी जगह किसी दूसरे ऐप को इस्तेमाल करके देखा है?"