14 अप्रैल 2022
हमें यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हम WhatsApp में एक नया फ़ीचर ला रहे हैं जिसका नाम है 'कम्युनिटीज़'. हमने WhatsApp को 2009 में लॉन्च किया था और तब से हमारा फ़ोकस इसी बात पर रहा है कि जब लोग अपने दोस्तों या परिवारजनों से प्राइवेटली या ग्रुप में बात करें, तो उनकी आपस की बातचीत को और भी बेहतर कैसे बनाया जाए. अपनी कम्युनिटी में WhatsApp का इस्तेमाल करने वाले यूज़र्स भी हमें लगातार इसके बारे में फ़ीडबैक देते रहते हैं.
स्कूल, लोकल क्लब जैसे ऑर्गनाइज़ेशंस और नॉन-प्रॉफ़िट ऑर्गनाइज़ेशंस सुरक्षित बातचीत करने और अपडेट्स शेयर करने के लिए अब WhatsApp पर भरोसा करते हैं. खासतौर पर कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की वजह से दूर रहते हुए भी साथ मिलकर काम करने के क्रिएटिव तरीके ढूँढना हमारी ज़रूरत बन गया था. ऐसे कई फ़ीडबैक पाने के बाद, हमने सोचा कि क्यों न लोगों के लिए इस तरह के ग्रुप्स के बीच लगातार होने वाली बातचीत को मैनेज करना और भी आसान बनाया जाए.
यहाँ से ही 'कम्युनिटीज़' फ़ीचर की एंट्री होती है. WhatsApp के कम्युनिटीज़ फ़ीचर की मदद से लोग अपने अलग-अलग ग्रुप्स को एक साथ ला पाएँगे, यानी अलग-अलग ग्रुप्स होंगे एक ही छत के नीचे. इस तरह लोग पूरी कम्युनिटी में भेजे गए अपडेट्स पा सकते हैं और अपने हिसाब से आसानी से छोटे-छोटे डिस्कशन ग्रुप्स ऑर्गनाइज़ कर सकते हैं. कम्युनिटीज़ में एडमिन के लिए नए शानदार टूल्स भी होंगे, जैसे कि सभी सदस्यों को भेजे जाने वाले अनाउंसमेंट मैसेजेस और ग्रुप्स को शामिल करने का कंट्रोल.
हमारा मानना है कि कम्युनिटीज़ की मदद से स्कूल के प्रिंसिपल सभी पेरेंट्स को एक साथ ज़रूरी अपडेट्स भेज पाएँगे और अलग-अलग क्लासेज़, एक्स्ट्राकरीकुलर एक्टिविटीज़ या वॉलंटीयर्स के लिए अलग-अलग ग्रुप सेट कर पाएँगे.
हम WhatsApp पर ग्रुप्स के फ़ीचर्स को भी बेहतर बना रहे हैं (चाहे ग्रुप्स किसी कम्युनिटी का हिस्सा हों या न हों). हमें लगता है कि इससे लंबी चैट्स का ओवरलोड कम हो जाएगा और लोगों को मैसेज भेजने के नए तरीके मिल जाएँगे. ये फ़ीचर्स आने वाले कुछ हफ़्तों में शुरू हो जाएँगे, ताकि लोग कम्युनिटीज़ के तैयार होने से पहले ही उन्हें ट्राई कर सकें.
कम्युनिटीज़ के मैसेजेस और कॉल्स को भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की सुरक्षा दी जाएगी. लोगों की प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए इस सुरक्षा टेक्नॉलॉजी से बेहतर कुछ भी नहीं है. क्लोज़ निट ग्रुप्स (जैसे कि स्कूल, धार्मिक ग्रुप या बिज़नेसेज़) हमेशा चाहते हैं कि उनकी बातचीत पूरी तरह से सुरक्षित और निजी रहे और WhatsApp उन पर नज़र न रखे. यहाँ और पढ़ें कि हम कम्युनिटीज़ की प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर क्या कर रहे हैं
जहाँ दूसरे ऐप्स लाखों लोगों के लिए चैट्स बना रहे हैं, वहीं हम उन ग्रुप्स को सपोर्ट कर रहे हैं जो हमारे रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा हैं. WhatsApp का कम्युनिटीज़ फ़ीचर अभी नया है और आने वाले साल में हमारा पूरा फ़ोकस उन नए फ़ीचर्स पर होगा जो इसे बेहतर बनाएँगे. उम्मीद है कि लोगों को कम्युनिटीज़ फ़ीचर पसंद आएगा. हमें उनके फ़ीडबैक का इंतज़ार है.